आज के यानि कि कलियुग के काल में यदि किसी लड़की अथवा महिला को 'कामिनी' यानि कि 'सेक्सी' कह दिया जाये तो वह आमतौर पर बुरा नहीं मानती बल्कि प्रसन्न होती है ! जबकि यह संबोधन पूर्व के युगों में गाली समझा जाता था । दीर्घ-कालान्तर पश्चात् ये संबोधन 'कमीनी' में परिवर्तित हो गया है । अब भी सुना व देखा जाता है ज़िंदगी में या फिल्मों में कि यदि कोई लड़की किसी लड़के के साथ मुँह काला कर आती है तो उसकी माँ कहती है :- "कहाँ से मुँह काला कर आई कमीनी-कुत्तिया ?" । यह कमीनी-कुत्तिया वास्तव में कामिनी-कुत्तिया का ही परिवर्तित या विकृत संबोधन है ।
कामिनी-कुत्तिया का अर्थ है 'इरोटिक-बिच' (Erotic-bitch) 'होट-बिच' (hot-bitch) यानि कि 'गर्म-कुत्तिया' जोकि 'हॉट-डोग' (Hot-dog) की तलाश में रहती है । इनसे प्रेरित 'हॉट एंड सेक्सी' लोग पश्चिमी-देशों में ज़्यादा हैं, वैसे भारत में दो हॉट-एंड-सेक्सी व्यक्ति बड़े मशहूर हुए हैं जिन्हें आप भली-भाँति न्यूज़-मीडिया के ज़रिये जान चुके हैं... जी हाँ मोनिंदर और उसका नौकर सुरेन्दर उर्फ़ सतीश नोएडा के निठारी इलाके में रहने वाले दो असुर । वैसे पश्चिमी देशों में हॉट-एंड-सेक्सी लोग ज़्यादा हैं, वहां के एक फ़ास्ट-फ़ूड का नाम भी उन्होंने हॉट-डोग रखा है । भारत में भी यह फ़ास्ट-फ़ूड 'होट-डोग' के नाम से ही उपलब्ध है । लेकिन फिर भी ख़ैर है भारत की इस कारण से कि भारत के कल्चर का जो बेस है, भारत की संस्कृति का जो आधार है वह "स्वीट-एंड-स्पिरिचुअल" (Sweet-and-spiritual) है ... वह "सौम्य-एवं-अध्यात्मिक" है । इसी आधार के कारण से ही भारत विश्व में के सभी देशों से अधिक प्रिय है मुझे । अन्तः मैं कहना चाहता हूँ "सारे जहाँ से अच्छा भारत हमारा है, भारत देश सब देशों से न्यारा है" ।
- ( इकोभलो )
* रचना तिथि : १२-०२-२००७ , संपादन तिथि : ०७-०८-२०१७
कामिनी-कुत्तिया का अर्थ है 'इरोटिक-बिच' (Erotic-bitch) 'होट-बिच' (hot-bitch) यानि कि 'गर्म-कुत्तिया' जोकि 'हॉट-डोग' (Hot-dog) की तलाश में रहती है । इनसे प्रेरित 'हॉट एंड सेक्सी' लोग पश्चिमी-देशों में ज़्यादा हैं, वैसे भारत में दो हॉट-एंड-सेक्सी व्यक्ति बड़े मशहूर हुए हैं जिन्हें आप भली-भाँति न्यूज़-मीडिया के ज़रिये जान चुके हैं... जी हाँ मोनिंदर और उसका नौकर सुरेन्दर उर्फ़ सतीश नोएडा के निठारी इलाके में रहने वाले दो असुर । वैसे पश्चिमी देशों में हॉट-एंड-सेक्सी लोग ज़्यादा हैं, वहां के एक फ़ास्ट-फ़ूड का नाम भी उन्होंने हॉट-डोग रखा है । भारत में भी यह फ़ास्ट-फ़ूड 'होट-डोग' के नाम से ही उपलब्ध है । लेकिन फिर भी ख़ैर है भारत की इस कारण से कि भारत के कल्चर का जो बेस है, भारत की संस्कृति का जो आधार है वह "स्वीट-एंड-स्पिरिचुअल" (Sweet-and-spiritual) है ... वह "सौम्य-एवं-अध्यात्मिक" है । इसी आधार के कारण से ही भारत विश्व में के सभी देशों से अधिक प्रिय है मुझे । अन्तः मैं कहना चाहता हूँ "सारे जहाँ से अच्छा भारत हमारा है, भारत देश सब देशों से न्यारा है" ।
- ( इकोभलो )
* रचना तिथि : १२-०२-२००७ , संपादन तिथि : ०७-०८-२०१७
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